दिन ढल जाए हाय, रात ना जाए..
तू तो ना आये तेरी याद सताए..
दिन ढल जाए हाय, रात ना जाए..
तू तो ना आये तेरी याद सताए..
प्यार में जिनके सब जग छोड़ा और हुए बदनाम..
उनके ही हाथों हाल हुआ ये बैठे हैं दिल को थाम..
अपने कभी थे अब हैं पराये..
दिन ढल जाए हाय, रात ना जाए..
तू तो ना आये तेरी याद सताए..
दिन ढल जाए...
ऐसी ही रिमझिम, ऐसी फुहारें, ऐसी ही थी बरसात..
खुद से जुदा और जग से पराये हम दोनों थे साथ..
फिर से वो सावन अब क्यूँ न आये..
दिन ढल जाए हाय, रात ना जाए..
तू तो ना आये तेरी याद सताए..
दिन ढल जाए...
दिल के मेरे पास हो इतने फिर भी हो कितनी दूर..
तुम मुझसे मैं दिल से परेशान, दोनों हैं मजबूर..
ऐसे में किसको कौन मनाये..
दिन ढल जाए हाय, रात ना जाए..
तू तो ना आये तेरी याद सताए..
दिन ढल जाए...!!!
I so so so love this song... missing my close and dear ones today... wish they all were with me... !!
Kya baat hai "Koshishh ji"...nice song...which made me sleep for 2 hrs after listening to it...:)
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