Saturday, June 8, 2019

मुझसे तू जुदा नहीं होता

मुझसे तू जुदा नहीं होता
क्यूं तू पराया नहीं होता
तेरे पास ही रह जाता है मेरा सब
बस इक तू मेरे साथ नहीं होता
मिलोगे तो पूछेंगे तुमसे
क्यूं हमारा आज
तेरे आज में नहीं होता
वक़्त तो है मेरे पास
बस उसमें तू बेहिसाब नहीं होता
गुज़रे लम्हों की बारिश में
धूप - सा एक वो किस्सा
आज क्यूं सतरंगी बनकर
हमें फिर से नहीं जोड़ता
और कभी कभी..
चुप्पी सी बैठी एक नाव में
इस किनारे से उस किनारे तक
हवा का वो एक झोंका मानो
तुम्हारी सारी बात मुझसे है केह देता
मुझसे तू जुदा नहीं होता
इसलिए तू पराया भी नहीं होता..

- गुन्जन

Saturday, June 1, 2019

खयाल...

ख़यालो का पिटारा
अक्सर मशगूल रहता है
अनगिनत एहसासों से
जो जुड़े होते हैं हमारी
खुशियों से गम से
चिंताओं से 
तो कभी इरादों से

छोटे से बच्चे से हैं ये खयाल
जब तक सोते नहीं
तब तक रुकते नहीं
लाख चुप करालो
शांत होते ये नहीं

कभी नरम तो कभी सख्त होते हैं
दिल की उधेड़बुन में ये खयाल 
बिजली के तारों सा उलझे
तो कभी रेत सा सुलझे होते हैं

रोज़ाना मिलने आते हैं
मुझे मुझसे हर बार मिलाते हैं
कभी कभी परेशान करते हैं
पर ये खयाल मेरा खयाल रखते हैं

- गुन्जन