Sunday, July 19, 2009

तुमसे है इकरार...!

कुछ है तुमसे कहना मगर शब्द अनजान हैं,
ये सीधा सा सच है हो गई है मोहब्बत ये दिल फिर भी नादान है,
हरसू में बेताबी बस सपनो में अब जान है,
सुलझी सी ये उलझन सामने रास्ता है कदम है की बढ़ते नहीं,
कैसे कहें -
"तुमसे है इकरार करनी थी दो बातें,
एक तो कुछ ऐसा है अच्छे तुम लगते हो,
दूजी गुजारिश है बन जायो साथी मेरे |

तुमको मिलने से पहले भी भीगे थे हम,
पर इस बार भीगा है मन,
कितने सावन हैं देखे पर इस बार देखो खूबसूरत है इतना जहान,
साज़ ही तुम, गीत हो तुम मेरा, धुन हो ऐसी जो गाती रहूँ,
धीमी सी आंच हो तुम सौंधी मिट्टी की खुशबू मदहोश एहसास हो,
कैसे कहें -
"तुमसे है इकरार करनी थी दो बातें,
एक तो कुछ ऐसा है अच्छे तुम लगते हो,
दूजी गुजारिश है बन जायो साथी मेरे |

2 comments:

  1. is it urs..............word

    kabhi bola kabhi yaad kiya

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  2. bahut tuta - bahut bikhra thapede shha nahi paya,
    Adura ansunasha raha gaya ye piya ka kisa,
    kabi tu sun nahi payi aur kabi mai kaha nani paya.....
    Yogesh Dhiman(some lines from my favorite book)

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