
लगता है जैसे,
कुछ तो बदला सा है,
नयी सी एक तमन्ना है।
खिंचा जा रहा है ये दिल कहीं,
ना जाने वो पल कहाँ है,
दिखाई नहीं देता है,
या फिर दिखकर भी अनजान सा है।
छू गया है दिल को कोई,
बंद आँखों ने ये जाना है,
खोली जब आँखें तो,
एक नया ख्वाब सा जगा है।
हो रहा है ये जो सब,
शायद पता है मुझे,
पर लग रहा है डर,
कहीं न जान जाएँ सब।
रिश्तों की एक डोर सी है,
प्यारा सा एक बंधन है,
एक एहसास है,
जो एक बार सबको होता है।
झूमने लगा है ये दिल,
या फिर कहीं खो गया है,
कोई ले गया है मेरा दिल,
जो भी है सफ़र बड़ा सुहाना है।
its very nice ............u know very well how to bound the words 2gether.
ReplyDelete"There is always some madness in Love .But there is also always some reason in madness."
Again an another great poem from a great poet !!
ReplyDeleteThere is a pure simplicity and origionality in this poem...that reflects the true sense of feeling love...
I liked this line vry much..
खिंचा जा रहा है ये दिल कहीं,
ना जाने वो पल कहाँ है,
दिखाई नहीं देता है,
या फिर दिखकर भी अनजान सा है।
Great job Gunjan......!!