ऐ खुदा ! बख्श दे फिर से वही पल,
जहाँ मिलने के लिए देखते ना थे हम आज और कल,
पहले कहते थे की चलो मिलकर करते हैं plan कुछ,
आज कहते हैं की चलो plan करें और फिर मिलें !!
बार बार आती हैं यादें बचपन की,
खो गई जैसे वो ख़ुशी मेरे हिस्से की !!
याद आते हैं वो मस्ती भरे दिन, वो बेख़ौफ़ रातें,
वो आसमान छूने की तमन्ना और बे-तकल्लुफी भरी बातें !!
बिना बात के रूठ जाना, बिना मनाये ही मान जाना,
फिर मासूम सा चेहरा बनाकर अपनी हर ज़िद मनवाना !!
यूँ तो बचपन में लौटने को हमेशा जी चाहता है,
पर आज अपना बचपन कुछ ज्यादा ही याद आता है !!
चलो समय के पहिये को उल्टा घुमाएं,
चलो फिर से वो रेत के घर बनायें,
चलो एक बार फिर से बचपन में वापस लौट जाए...
very nice...................चलो एक बार फिर से वापस लौट जाए...
ReplyDeleteawesome... hope you will accept my request on this :-)
ReplyDeleteYou have to change yourself in order to return to childhood days.............
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