Thursday, July 25, 2013

Your Eyes...




आँखें हैं या झील कि इनमे डूबने का मन करे,
कि देख के उनको बस देखते रहने का मन करे.. 

करे जब शुरु ये बातें मुझसे ,
कि चुप-चाप होकर बस उसे सुनने का मन करे .. 

बाँधे जब ये प्यार की ड़ोर से मुझे ,
कि तेरी ओर खिंचा चले आने का मन करे ..

मुस्कुरायें जब जब ये देख कर मुझे,
कि मेरा भी खिल-खिलाने का मन करे ..

जगमगाते सितारे तेरी आँखों से,
कि उनकी चाँदनी में बस जाने का मन करे ..






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