Wednesday, August 31, 2016

हम और तुम ..




मुझे यक़ीन है 
कुछ तेरे ख़यालात 
मेरे से हैं,
मेरे होने से
तेरी धड़कनों में 
इश्क़ का असर तो ज़रूर है!


ये नज़रें तुम्हारी 
जो इस पल झुकी सी हैं,
मेरे होने से 
तुम्हे बेक़रारी तो ज़रूर है!


अच्छा चलो दो कदम संग मेरे 
कुछ बातें करें हम तुम  
साथ चलने से तुम्हें 
गुरूर तो ज़रूर है !


मेरी कही हर बात से 
तुम्हे इत्तेफ़ाक़ तो ज़रूर है! 


                                  -  गुन्जन 

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