दिल में सैलाब सा लिए चले जा रहे हैं,
जो दो पल रुको तो सुकून भी ले चलो..
मंज़िल तक ज़िन्दगी यूँ ही खर्च हो जाएगी,
कुछ प्यार रास्ते में बाँट ते चलो..
खुशनुमा ये सफर है जाना-अनजाना,
इसमें ख़ुशी के लम्हे पिरोते चलो..
अजनबी मिलेंगे हज़ार राह में,
तुम बस पहचान बनाते चलो..
जो मिले ठोकर तो गिरकर संभल जाना,
और उन पत्थरों को किनारा करते चलो..
हर तमन्ना को बस्ते में रख,
उसे जूनून का नाम देते चलो..
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