Monday, June 22, 2015

Khushi hun main...




जुदा-जुदा से अंदाज़ में,
हर किसी के एहसास में,
ज़िन्दा हुँ मैं,
ख़ुशी हुँ मैं!

लबों पे मुस्कान कभी,
आँखों से बूँदें बनके,
छलकती हुँ मैं,
ख़ुशी हुँ मैं!

हर दुआ में,
ज़िन्दगी के हर सफर में,
साथ चलती हुँ मैं,
ख़ुशी हुँ मैं!

कभी दिल में बसती हुँ,
बनके मुसकान कभी होंठों पे खिलती हुँ,
हर किसी की हसरत हुँ मैं,
ख़ुशी हुँ मैं!

ना है कहीं आशियाना मेरा,
ना कोई ठिकाना मेरा,
प्यार के एहसास में मिलुंगी मैं,
ख़ुशी हुँ मैं!


                - गुन्जन 


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