बड़ी मुद्दत बाद ये ख़्वाहिश जगी है,
कि दिल में तेरे बस पनाह मिल जाए,
यूँ तो तरसे हज़ारों आशिक़,
मुझे बस तेरी एक नज़र मिल जाए!
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खुशनसीब होते हैं वो,
जिन्हें इश्क़ होता है,
वरना ज़िन्दगी में हर क़दम पे,
हमने तो देखा बस धोखा है,
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बे-वजह हमे यूँ ना हसाओ,
कहदो कि इश्क़ है तुम्हे,
यूँ छुप-छुप के मिलने से,
हमने तुम्हे कब रोका है?
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-गुन्जन
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