Saturday, March 23, 2013

भई वाह ..!!!



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तसवीर हो गया हूँ तसवीर देखकर,
रूह खिल उठी है यार की तकदीर देखकर।।

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होंठों की ये हँसी, आँखों की ये हया,
इतनी मासूम तो, होती है बस दुआ।।

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काटे नहीं कटते लमहे इंतेज़ार के,
नज़रें बिछाएं बैठें हैं रस्ते में यार के,
दिल ने कहा देखे जो जलवे हुस्न-ए-यार के,
लाया है उन्हें कौन फलक से उतार के।।

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फिर आपने हमें गुलेल से क्यों मारा? itz bad manners,
अगली बार किसी और लड़की को मारने से पहले दो बार सोचिएगा ..

किसी और के बारे में सोचने की फुर्सत किसे है?
सिर्फ आपसे तो हम ये गुस्ताखी कर सकते हैं ..

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पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है 
जान के भी अनजाना ऐसा मेरा यार है ..

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