दिया धक्का रात को और हो गई सुबह
नखरीली ओस को भी है लिया मना
छूटी जो बात थी, कर ली है फिर शुरू
रस्ते भी हस रहे जो हैं चले . .
. . बस मैं और तू !!
सोच ना जो कल हुआ
सोच ना क्या होगा कल
बहने दे बे-फिकर बे-परवाह ये सारे पल
चाय में बिस्कुट डूबा
बारिश से बून्दे चुरा
औरों की ना सोच तू, आजा चले . .
. . यूँ मैं और तू!!
-- Loved the song :) from a movie called "Akaash Vani"
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