Thursday, October 3, 2013

Yun-hi Sahi ..




यूँही सही ,
               तेरा पैग़ाम तो आया ..


मेरी हिचकियों से ,
               तुझे मेरा ख़याल तो आया .. 






Saturday, September 21, 2013

Pyaar ka charcha ...




प्यार का चर्चा 
कहीं आम ना हो जाए,
इनकार इकरार में 
कहीं शाम ना हो जाए,
जल्दी बाँधालो 
बँधन अब तो,
प्यार कहीं 
बदनाम न हो जाए !!


                                    ---- Dedicated to a friend .. :)



Wednesday, August 7, 2013

Celebration to bas bahana hai..




doston ke saath hasna gaana hai,
cafe's me dhamaal machana hai,
ek doosre ko zara sataana hai,
kyunki celebration to bas bahana hai..

ghar ki deewaron ko sajaana hai,
mithaai-patashe sabko khilana hai,
ghar-walo ke saath samay bitaana hai,
kyunki celebration to bas bahana hai..

puraane nagme gun-gunaana hai,
chai-pakoda khana hai,
long drive par jaana hai,
kyunki celebration to bas bahana hai..

khoob saare gubbare fulaana hai,
cake bhi sabko lagaana hai,
un yaadon ko camera me sajaana hai,
kyunki celebration to bas bahana hai..








Monday, August 5, 2013

For you ..




जाना तुझे जाना तो जाना मैंने ये,
लोग दिवाने प्यार में क्यों नज़र आते हैं ..

नज़र तेरी जिधर पड़े इस जहान में,
नज़ारे हमे ख़ूबसूरत क्यों नज़र आते हैं ..

तू प्यार की मूरत है माना हमने ये,
हम ख़ुद तेरे आषिक नज़र आते हैं ..

साँस जब भी तू ले सनम,
हम ज़िन्दा क्यों नज़र आते हैं ..

तेरी ख़ुशबू है या है इत्र कोई,
हमे सिर्फ आप ही क्यों नज़र आते हैं ..



Lines added by him... :) :) :)


दिल में हैं सवाल कईं,
जवाब में बस आप ही क्यों नज़र आते हैं ..




Thursday, July 25, 2013

Your Eyes...




आँखें हैं या झील कि इनमे डूबने का मन करे,
कि देख के उनको बस देखते रहने का मन करे.. 

करे जब शुरु ये बातें मुझसे ,
कि चुप-चाप होकर बस उसे सुनने का मन करे .. 

बाँधे जब ये प्यार की ड़ोर से मुझे ,
कि तेरी ओर खिंचा चले आने का मन करे ..

मुस्कुरायें जब जब ये देख कर मुझे,
कि मेरा भी खिल-खिलाने का मन करे ..

जगमगाते सितारे तेरी आँखों से,
कि उनकी चाँदनी में बस जाने का मन करे ..






Friday, May 24, 2013

मगर ..फिर भी ..



कभी पलकों पे आँसूं हैं,
कभी लब पे शिकायत है,
मगर ..
ऐ ज़िन्दगी ..
फिर भी ..
मुझे तुझसे .. मोहब्बत है। 










Saturday, April 20, 2013

A wish ...



बड़ी हसरत है पूरा एक दिन, इक बार मैं
अपने लिये रख लूं

तुम्हारे साथ पूरा एक दिन, बस खर्च करने कि तमन्ना है!! 




-- Lines from Gulzar's Poem 





रीढ़ - Reedh - One of the most inspiring poems..



Conversation of a student with his old time teacher after long time..


"सर, मुझे पहचाना क्या?"
बारिश में कोई आ गया
कपड़े थे मुचड़े हुए और बाल सब भीगे हुए

पल को बैठा, फिर हँसा, और बोला ऊपर देखकर

"गंगा मैया आई थीं, मेहमान होकर
कुटिया में रह कर गईं!
माइके आई हुई लड़की की मानिन्द
चारों दीवारों पर नाची
खाली हाथ अब जाती कैसे?
खैर से, पत्नी बची है
दीवार चूरा हो गई, चूल्हा बुझा,
जो था, नहीं था, सब गया!

"’प्रसाद में पलकों के नीचे चार क़तरे रख गई है पानी के!
मेरी औरत और मैं, सर, लड़ रहे हैं
मिट्टी कीचड़ फेंक कर,
दीवार उठा कर आ रहा हूं!"

जेब की जानिब गया था हाथ, कि हँस कर उठा वो...

’न न’, न पैसे नहीं सर,
यूंही अकेला लग रहा था
घर तो टूटा, रीढ़ की हड्डी नहीं टूटी मेरी...
हाथ रखिये पीठ पर और इतना कहिये कि लड़ो... बस!"




 


Reedh (Original Title Kanaa)
Original Marathi Poem : Kusumagraj
Translated by Gulzar








Thursday, April 11, 2013

Oh! A century!! :)




Just noticed.. 



100 posts !! 


Yipppiiieeee :) :) :)







O' it can't be better that this !!


Tried to write the lyrics - not sure if all the words are correct :)

 

O' luk-chhip na jao ji
O' menne deed karao ji
re kyun tarsaawe ho
O' menne sakal dikhao ji

thaari saraarat sab jaanu main chawdhary
mhaare se leyo na penga ji main kehn lage


 

Mhare hiwda me jaagi dhokni
re chanda main thari chandni
mhare damann me bhaagi khushi
re jhoom jhoom jhooomna


o Mhare hiwda me jaagi dhokni
re chanda main thari chandni
mhare damann me bhaagi khushi
re jhoom jhoom jhooomna



 


mohraliya tune aisa khela daanv
khaawe hichkole mhare mann ki naaw


thaari saraarat sab jaanu main chawdhary
mhaare se leyo na penga ji main kehn lage

o Mhare hiwda me jaagi dhokni
re chanda main thari chandni
mhare damann me bhaagi khushi
re jhoom jhoom jhooomna


o Mhare hiwda me jaagi dhokni
re chanda main thari chandni
mhare damann me bhaagi khushi
re jhoom jhoom jhooomna


Daal-baati khaale aake.. mhaare gaanw
ghanaa ghee lagana zara chaukha chadha ----


Daal-baati khaale aake.. mhaare gaanw
ghanaa ghee lagana zara chaukha chadha ----

 

thaari saraarat sab jaanu main chawdhary
mhaare se leyo na penga ji main kehn lage

 

O Mhare hiwda me jaagi dhokni
re chanda main thari chandni
mhare damann me bhaagi khushi
re jhoom jhoom jhooomna





beautifully composed ... hatts off to all the artists :)







Wednesday, April 10, 2013

मेरे मेहरबान ..



मेहरबान … मेरे मेहरबान ..

मेरे लिए तो ..
इक तू ही है .. ओ मेरे मेहरबान ..
मेरे मेहरबान ..


तुझे ना देखूँ 
तो मुझे .. अब सुकून है कहाँ ..
ओ मेरे राज़दार .. मेरे राज़दार  ..


मेरा नशा .. मेरी सदा ..
तू ही .. मेरा जहाँ ..
तू ही तो है .. आशियाँ ..
तू ही तो है .. आशियाँ ..


मेरे लिए तो ..
इक तू ही है .. ओ मेरे मेहरबान ..
मेरे मेहरबान ..







Tuesday, April 9, 2013

Raat Mujhe ...




रात मुझे ये कह के चिढाये 
तारों से भरी मैं .. तू है अकेली हाय!!
तानों से मैं जली जली जाऊँ 
आज रुको .. तो बलिजाऊं 


क्या कहुं ? बोलो ना ..
क्या  सुनूँ ? बोलो ना ..

रातों की हरकतों को तुम भी समझो ना 
बातों की हरकतों को तुम भी समझो ना
शैतानियाँ .. ये रोज़ दिखाए 
ऐसा कुछ करो .. कि रात लज्जाये 


रात मुझे ये कह के चिढाये
तारों से भरी मैं .. तू है अकेली हाय ..


क्या कहुं ? बोलो ना ..
क्या  सुनूँ ? बोलो ना ..

इस दिल की करवटों को तुम भी समझो ना 
साँसों की हसरतों को तुम भी समझो ना 
बेताबियाँ .. रात जगाये 
ऐसा कुछ करो .. कि होश उड़ जाए 


रात मुझे ये कह के चिढाये
तारों से भरी मैं .. तू है अकेली हाय ..
कहदो इसे .. ये न इतराए 
कल जो आये .. तो सर को झुकाए 

रात मुझे ....







-- beautifully sung by Shreya Ghoshal :)







बस मैं और तू . .



दिया धक्का रात को और हो गई सुबह 
नखरीली ओस को भी  है लिया मना 


छूटी जो बात थी, कर ली है फिर शुरू 
रस्ते भी हस रहे जो हैं चले . . 
. . बस मैं और तू !!


सोच ना जो कल हुआ
सोच ना क्या होगा कल 
बहने दे बे-फिकर बे-परवाह ये सारे पल 


चाय में बिस्कुट डूबा 
बारिश से बून्दे चुरा 
औरों की ना सोच तू, आजा चले . .
. . यूँ मैं और तू!!





--  Loved the song :) from a movie called "Akaash Vani" 






Monday, April 8, 2013

यूँही चल...



यूँही चल तू कहीं 
मुझको लेके 
चल तू कहीं 


यूँही चल तू कहीं 
मुझको लेके 
चल तू कहीं 


तेरे संग अच्छा लगे 
मुझे हर सफ़र मेरी ज़िन्दगी 
तेरे संग सच्ची लगे 
तेरी हर बात अनकही 


यूँही चल तू कहीं 
मुझको लेके 
चल तू कहीं 


तुझसे है मेरी ये साँसे 
तुझसे जुड़े पलछिन सभी 
तुझसे है मेरे सब अरमान 
तू ही जान जानम मेरी 


यूँही चल तू कहीं 
मुझको लेके 
चल तू कहीं 


तेरे बिन तरसे ये जिया 
तेरा हुआ दिल ये मेरा 
तू ही है मेरी दुआ 
तेरा ही सब कुछ मेरा 


यूँही चल तू कहीं 
मुझको लेके 
चल तू कहीं 











तू क्यों उदास है?


ऐ दिल! तू क्यों उदास है?
कुछ तो बता,
क्या इसकी वजह ख़ास है?


किस ने तुझे सताया है?
तू क्यूँ इतना मुरझाया है?


हाल-ए-दिल तू कह तो सही,
तेरे साथ तेरा हमसाया है… 


क्यूँ इतना तू चुप है आज,
किसने तुझे यूँ रुलाया है?


तू कहे तो चल घूम आ कहीं,
तेरे साथ तेरा हमसाया है…  


ऐ दिल! तू क्यों उदास है?
कुछ तो बता,
क्या इसकी वजह ख़ास है?


छोड़ ना! तू क्यों उदास है?
तू खुश रह,
मेरी तुझसे दरख्वास्त है!












Sunday, April 7, 2013

Who Cares !!!! :-(





. . . .
. . . .
. . . .
. . . .
. . . .









Thursday, April 4, 2013

बारिश की बूँदें अक्सर ...




बारिश की बूँदें अक्सर
मुझे मुस्कान दे जाती हैं
कुछ अपनों के साथ
गुज़रे पल याद कराती है
पत्तों से टपकती बूंदे 
सड़क पर पड़े पानी में
अक्सर डूबा करती है
डूब कर जैसे वो
घुलमिल जाती है
उससे मुझे मेरा
बचपन याद कराती है
झिलमिल झिलमिल
सी बरसात
जैसे मुझे अपने
पास बुलाती है
भीग जाऊं मैं उसमें
धीमे से कह जाती है
जीत जाऊँ आज ही उसे
मुझे में एहसास जगाती है
दो पल का संग देकर
खुशियों से आँचल
मेरा भर जाती है
बूंदे जब छलकती हैं
बहुत प्यारी लगती हैं
टिमटिमाती रौशनी में
नया ख्वाब सा
सजाती है
कभी तन्हाई में
साथ देती हैं
फिर महफ़िल में
रंग भर देती है
एक प्याला चाय
हो जाए
हर दिल में
ये उमंग भर देती है
नए सपने सजाती है 
कुछ अपने बनाती है
उन अपनो के साथ
फिर कुछ नए पल 
बनाती है
लम्हों को कुछ
हसीन सा रुख दे जाती है
तुमसे मैं क्या कहुं
ख़ामोशी जब सब कुछ
कह जाती है
तेरा भीगा सा चेहरा
बालों से टपकती
वो छोटी छोटी बून्दे
ठण्ड में तेरा 
काँपता सा बदन
कुछ इशारे-बाजी करती हुई
प्यार भरी तेरी नज़र
यूँ तो नज़र-अंदाज़
नहीं कर सकती मैं
यूँ तन्हा नहीं कर सकती
ये महफ़िल
जहाँ बस तू है
तू है तेरे साथ ये बून्दे हैं
बून्दों के लिपटा
मेरा हमसफ़र
मुझे  निहार रहा है
कैसे ना मैं
हार जाऊँ
क्यूँ ना मैं
हार जाऊं
यही तो वो पल है
यही तो मेरी महफ़िल है
यही तो मेरी ज़िन्दगी है
जिसे मैं हर पल
जीना चाहती हूँ
जिसे मैं हर पल
हसना चाहती हूँ
मेरा मन हर पल
तुमसे यही कहना चाहता है
की अब आ जाओ
अब आ भी जाओ
तुम्हे ये हर पल बुलाता है





















भरके दिल में उमंग ...




भरके दिल में उमंग 
एक नया जोश तू जगा 
यूँ न ठहर इक जगह 
हौसलों की उड़ान लिए जा।।



तू कौन ? तेरा नाम क्या ?
तुझे यहाँ जानता है कौन ?
यूँ न सोच में तू पड़ 
बस नए मुकाम बुने जा।।



हाथ थामे तेरा ज़िन्दगी 
तू कर न अब किसी की परवाह 
जीत जा हर वो चीज़ 
जिसे मुक़द्दर ने तेर वास्ते चुना।।










   


Yoga...





... is good for health!!

Yes! I am doing it!

Feels good and fresh!! 

:)






Wednesday, April 3, 2013

सपनों में जान लिए ..




सपनों में जान लिए,
हौसलों की उड़ान लिए ..
.. मंजिल को पहचान दिए -

तू चलता जा ऐ राही ..
.. एक अपना अलग मुकाम लिए।।















those magic words... :)




"main apni saari zindagi
tumhare saath bitaana chaahta hun"



that one line - and you put a move on my heart !!! :)












Monday, April 1, 2013

April Fool ..!




April fool banaya,
to unko gussa aaya,
isme mera kya kasoor, zamaane ka kasoor,
jisne dastoor banaya !!! :)




Bachpan me kitne logo ko bewakoof banaya hai is din ko celebrate karne ke liye, aisi hi kuchh shararat aaj ki, kai saalon ke baad  - though it was not a good one - but a sweet one!! :)



Sorry Doel! But you really made my day today.. chhota sa mazaak to banta tha bhai aaj ke din tumhare saath.. though it was not planned.. but tumhara chehra sahi me dekhne layak tha!! I felt bad too for a moment when I saw your face, but at the end it was all good! :) 



Thanks Doel - for sharing the secret as well !! :)







Bheeg gaya mera mann... !!!




तीखी तीखी नुकीली सी बूँदें,
बहके बहके से बादल उनींदे,
गीत गाती हवा में, गुनगुनाती घटा में,
भीग गया मेरा मन ...


बरसे बरसे रे अम्बर से पानी,
जिसको पी-पीके धरती दीवानी,
खिलखिलाने लगी है, मुस्कुराने लगी है,
भीग गया मेरा मन ...


                                             ...lines from a song by Kailash Kher!!





that's how all the day went today :)
what an amazing day it was !!!


and an amazing drive - first time in rain - though it was short but with those amazing songs it was sweet too :)









Wednesday, March 27, 2013

मेरे अल्बेलिया...



मैं जो दुनिया का चेहरा निहारूँ 
उनको ही पाऊँ ..


पर वो जब भी मेरी ओर देखें 
चेहरा छुपाऊँ 


ख़्वाबों में हाँ 
मेरे खुदा 
रंग भर रहे हैं 


उनका जूनून 
और मेरी जान 
इक कर रहे हैं ..


हाये .. लुटने में कितना मज़ा है 
कैसे बताऊँ 


देखूं खुद को तो जैसे 
और है कोई 
मेरे अल्बेलिया, तू खेलिया 


झूठी मैं झूठी ठहरी 
तू सही सही 
मेरे अल्बेलिया, तू खेलिया



A kailash kher song... Beautiful it is! :)













Monday, March 25, 2013

Happy Holi !!!



राधा क्यूँ गोरी मैं क्यूँ काला
पूछे मैया से नटखट नन्द-लाला


मैं डालूँगा उसपे रंग-गुलाल
रंग दूंगा उसे मेरे रंग में आज


मारूंगा रंग-भरी पिचकारी
नाचेगी मेरी राधा प्यारी


कान्हा की बंसी, राधा का प्यार
खूब उडाओ मिलकर रंग-गुलाल


नीला, पीला, लाल, गुलाबी
सबको रंग दो बारी बारी


मौसम हुआ सा है बसंती
खाओ गुझिया, चाट और टिक्की


रंग-भरी पिचकारी बोली
सबको रंग दूँ, कि आई होली।।





















Sunday, March 24, 2013

Ishq wala love ..!!



पहले उनको जी भर निहार तो लूँ
बातों से मुलाकात तो फिर होती रहेगी ..


पहले कानो में उनके बोल की मिठास डाल तो लूँ 
अपनी बात तो फिर होती रहेगी ..


पहले उनके चेहरे की थकन उतार तो दूँ 
अपनी बात तो फिर होती रहेगी ..
















Saturday, March 23, 2013

भई वाह ..!!!



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तसवीर हो गया हूँ तसवीर देखकर,
रूह खिल उठी है यार की तकदीर देखकर।।

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होंठों की ये हँसी, आँखों की ये हया,
इतनी मासूम तो, होती है बस दुआ।।

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काटे नहीं कटते लमहे इंतेज़ार के,
नज़रें बिछाएं बैठें हैं रस्ते में यार के,
दिल ने कहा देखे जो जलवे हुस्न-ए-यार के,
लाया है उन्हें कौन फलक से उतार के।।

================================================
 
फिर आपने हमें गुलेल से क्यों मारा? itz bad manners,
अगली बार किसी और लड़की को मारने से पहले दो बार सोचिएगा ..

किसी और के बारे में सोचने की फुर्सत किसे है?
सिर्फ आपसे तो हम ये गुस्ताखी कर सकते हैं ..

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पहला पहला प्यार है पहली पहली बार है 
जान के भी अनजाना ऐसा मेरा यार है ..

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लक्ष्य .. !!



सवालों ने
कुछ यूँ है घेरा
उलझनों का
अरमानों पे है बसेरा


ख्वाहिशें हैं
की मानो दरिया
डूब जाऊं इसमें
पार लागादूं नैया


पीछे मुड़ने
की बात बे-सबब
मंजिल तो वहाँ है
रुके न अब ये क़दम


फ़ुरसत के लमहे
राहत की साँस
मिलेगी अब तभी
जब मंजिल का होगा एहसास


यूँ खुद पे
खुद का यकीन
यूँ दूर से दिखती
मंजिल की वो तसवीर
उसको नज़दीक से
निहारना है
ये खुद से किया
मैंने वादा है…










Friday, March 22, 2013

इरादे नेक़ हों तो...



इरादे नेक़ हों तो दिल में शिकन नहीं बसती  ...
यूँ तो तनहाई छेड़ा करती है,
पर कभी उलझन नहीं बनती !!!















Jabse hai jaana dilbar...


Jab se hai jaana dilbar, jana hai tujhko...
Tabse hai chaaha dilbar, sirf tujhi ko...

Tu mera dil hai, tu hi hai jaan meri...
Tu mera zikr hai, tu hi sadaa meri...

Ummmm..hmmmm..hmmmm...aaa haa ahaaa hahaa...aye hey aehey hey hey...la la lala lala...

Tumse mili hai raahat, tumse hi chaahatien...
tumse hi khwab saare, tumse hi khwahishen...

Tumse hi meetha wala, ishq me dard hai...
Tu hi dawa hai iski, tu hi har rang hai...

Ummmm..hmmmm..hmmmm...aaa haa ahaaa hahaa...aye hey aehey hey hey...la la lala lala...

Raatien bhi tumse hain, din bhi tumhi se hai...
tu mera nakhra hai, gehna bhi tu hi hai...

Aankhon me rehta hai, dil me tu basta hai...
main teri jogan hun, tu mera saagar hai....

Ummmm..hmmmm..hmmmm...aaa haa ahaaa hahaa...aye hey aehey hey hey...la la lala lala...



Wednesday, March 20, 2013

हाँ हर बात में ...



कुछ ये बात है,
हाँ हर बात में,
कुछ जज़्बात हैं,
हाँ हर बात में ...

तुमसे मैं जुड़ने लगी हूँ,
तुमपे मैं मरने लगी हूँ ...

तेरा प्यार आदत मेरी,
तेरा दीदार फितरत मेरी,
हाँ यही बात है,
आज हर बात में ...

कुछ ये राज़ है,
हाँ हर बात में,
कुछ मुलाक़ात है,
हाँ हर बात में ...

नज़र मेरी तुमपे ठहरने लगी है,
धड़कन मेरी तुम्ही से बढ़ने लगी है ...

तेरा इशारा परवाह मेरी,
तेरा ठिकाना दुनिया मेरी,
हाँ यही राज़ हैं,
आज हर बात में ...

कुछ ये अंदाज़ हैं,
आज हर बात में,
कुछ आगाज़ हैं,
हाँ हर बात में ...

मौसम प्यारा मुझे लगने लगा हैं,
झूमने का दिल मेरा करने लगा है ...

तेरे बोल गीत मेरे,
तेरी आवाज़ सुर मेरे,
हाँ यही अंदाज़ हैं,
आज हर बात में ...

हाँ यही राज़ हैं,
आज हर बात में ...


Tuesday, March 19, 2013

तू मेरा है, मेरा पिया ...



मन की बोलियाँ,
राज़ खोलियाँ,
तू मेरा है, मेरा पिया ...

ओ ... तू मेरा है, मेरा पिया ...

आ भी जा,
इंतज़ार करिया,
अब इतना ना,
मुझको सता…

पलकों में,
तू ही बसिया,
हाथों में,
हरी-हरी चूड़ियाँ,
आ के मुझको,
गले से लगा…

मन की बोलियाँ,
राज़ खोलियाँ,
तू मेरा है, मेरा पिया ...

ओ ... तू मेरा है, मेरा पिया ...

मुखड़ा तेरा,
पास आइया,
तेरी पलकों ने,
मुझको छुआ… 

तेरी हसी,
तेरा गुमाँ,
तेरी मदहोशी,
हर वो अदा,
कि मैं तो बस,
तुझपे फ़िदा… 

ओ ... तू मेरा है, मेरा पिया ...

मेरे सनम,
आ भी जा,
अब इतना ना,
मुझको सता… 

हाँ ... तू मेरा है, मेरा पिया… 
बस… तू मेरा है, मेरा पिया… 



Monday, March 18, 2013

'Jiya' Jale Jaan Jale...



Dil to aakhir,
               

                         dil hai na ...
 

                                             ... meethi si,
                                                                 
                                                                 mushkil hai na ... !!! :P




Thursday, March 14, 2013

And there is a day...



Finally!! A day...
with no work..

... in office :) :) :)

It was so relaxing - after continuous work on weekends and all the days - today there was no work !! 

Feels good !! :)



Thursday, March 7, 2013

I miss U...


Dooriyan mohabbat kam nahi karti,
haan magar...
Milne ki khwahish ko badhati hai...


Oh! I'm missing you so much sweetheart... I love you... Jaldi se aa jao...

Kal kuchh dheemi si barsaat hui...



kal kuchh dheemi si barsaat hui,
kal kuchh khushnuma shaam hui.

kal kuchh baadlon ne chaand ko ghera tha,
kal usme maine aapko dekha tha.

kal hawaaon me kuchh taazgi thi,
kal inki na mujhse koi naraazgi thi. 

kal raat yunhi badi khoobsurat si thi,
kal main kuchh khilkhilakar hasi si thi.

kal badi haseen chaandni thi,
kal aapke liye fir wahi deewangi thi.

Kal hawaon me kuchh shore tha,
kal unka har sandesh aapki ore tha.

kal jis naaz-o-adaa se ye raat itra rahi thi,
kal mujhe aapki bahut yaad aa rahi thi ...